चालू प्रतिभूति के सम्बन्ध में महत्त्वपूर्ण बिन्दु
चालू प्रतिभूति के सम्बन्ध में निम्न महत्त्वपूर्ण बिन्दुओं को याद रखना चाहिए- (1) समय-समय पर विखण्डित प्रतिफल को लागू करना | विभाजित योग्य प्रतिफल एक चालू प्रतिभूति बहुत से विभिन्न…
चालू प्रतिभूति के सम्बन्ध में निम्न महत्त्वपूर्ण बिन्दुओं को याद रखना चाहिए- (1) समय-समय पर विखण्डित प्रतिफल को लागू करना | विभाजित योग्य प्रतिफल एक चालू प्रतिभूति बहुत से विभिन्न…
प्रतिभूति के अनुबन्ध ‘प्रतिभूति का एक अनुबन्ध वचन का निष्पादन करने या एक तीसरे व्यक्ति के दायित्व का उसकी त्रुटि की स्थिति में पालन करने का अनुबन्ध होता है। व्यक्ति…
हानिरक्षा या क्षतिपूर्ति का अनुबन्ध ‘क्षतिपूर्ति का अनुबन्ध एक ऐसा अनुबन्ध है जिसके द्वारा एक पक्षकार दूसरे को स्वयं वचनदाता के व्यवहार या किसी भी अन्य व्यक्ति के व्यवहार द्वारा…
एक अनुबन्ध विधि के न्यायालय में प्रवर्तनीय दायित्वों का निर्माण करता है। अतः यदि एक पक्षकार उसके हिस्से का निष्पादन करने में असफल रहता है, तब अन्य पक्षकार को अनुबन्ध…
अनुबन्ध की समाप्ति का अर्थ पक्षकारों के बीच में अनुबन्धीय सम्बन्धों की समाप्ति है। जब पक्षकारों के अधिकारों तथा दायित्वों का अन्त हो जाता है, तब कहा जाता है कि…
परिस्थितियां जिनके अन्तर्गत अनुबन्धों के निष्पादन की जरूरत नहीं होती, निम्न हैं- 1.यदि एक अनुबन्ध के पक्षकार नवीकरण या परिवर्तन के लिए सहमत होते हैं, तब मौलिक अनुबन्ध के निष्पादन…
जब अनुबन्ध के दोनों पक्षकार अनुबन्ध के अन्तर्गत निर्मित उनके अपने-अपने विधिक दायित्व पूरे कर देते हैं, तब इसे अनुबन्ध का निष्पादन कहा जाता है। जब एक अनुबन्ध उचित तरह…
गलती को किसी चीज के बारे में त्रुटिपूर्ण विश्वास के रूप में वर्णित किया जा सकता है। एक अनुबंध गलती द्वारा कारित किया जा सकता है जब अनुबंध के दोनों…
अनुबंध के लिए एक जरूरी तथ्य के गलत विवरण का अर्थ मिथ्या व्यपदेशन होता है। भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 18 के अनुसार ‘मिथ्या व्यपदेशन का निम्न अर्थ है तथा…
कपट का अर्थ निम्न होता है व इसमें शामिल होता है अन्य पक्षकार को धोखा देने तथा इसे प्रस्ताव पर उसकी सहमति देने तथा एक अनुबंध करने के लिए प्रेरित…