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प्रतिभू के दायित्व की प्रकृति तथा सीमा

प्रतिभू के दायित्व की प्रकृति तथा सीमा को निम्न बिन्दुओं के द्वारा समझा जा सकता है- (1) प्रतिभू का दायित्व सह-विस्तारी होता है- अनुबन्ध अधिनियम की धारा 128 बताती है कि जब तक कि कोई...